वीसीए स्टेडियम के बाहर सुबह 9 बजे से ही क्रिकेट के दीवानों का जमावड़ा लगा हुआ था। कोई इंडिया-इंडिया चिल्ला रहा था, तो कोई सचिन-सचिन के नारे लगा रहा था। कुछ गोरे साउथ अफ्रीका को भी चियर करने में लगे थे। लेकिन शायद संख्या कम होने की वजह से उनकी आवाज दब जा रही थी।
विदेशियों ने भी बेचे ब्लैक में टिकट
स्टेडियम के बाहर स्थानीय लोग पहले से जुटाए अतिरिक्त टिकटों को महंगे में बेचते हुए नजर आए। 600 रुपए का टिकट कोई 5000 रुपए में बेच रहा था तो कोई इसमें ईमानदारी दिखाते हुए इन्हीं टिकटों को 3500 रुपए में देने को तैयार था।
यहां तक तो ठीक था, लेकिन हद तो तब हो गई जब तीन दक्षिण अफ्रीकी टिकट की कालाबाजारी करते हुए नजर आए। इस ग्रुप में दो पुरुष और एक महिला शामिल थीं। इन्होंने तो लूटमारी की इंतहां पार कर दी। 600 रुपए का टिकट 7500 रुपए में। ऐसे दाम सुनकर तो लोगों के होश ही उड़ गए।
जब वहां तैनात पुलिसवाले ने उन्हें रोकने की कोशिश तो वो तेजी से वहां से निकल गए।
पर हो गए पैसे वसूल
लोगों ने भले ही 600 की टिकट 12 गुना की कीमत में खरीदी हो, लेकिन मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर ने शानदार बल्लेबाजी कर उन सबके पैसे वसूल करवा दिए। सचिन और सहवाग ने मिलकर इस विश्वकप की पहली भारतीय शतकीय साझेदारी की। दोनों बल्लेबाजों ने प्रोटीज गेंदबाजों की खबर लेते हुए अर्धशतक जमाए।
सचिन-सहवाग की बल्लेबाजी देखने के बाद हर दर्शक के मुंह से एक ही बात निकल रही था, बॉस, ये तो टोटल पैसा वसूल है।
क्या मतलब है 600 रुपए की टिकट का?
वीसीए स्टेडियम में सीटों की कीमत उनकी पोजीशन के मुताबिक तय की गई है। गद्दीदार सीट पर बैठने के लिए दर्शकों को आधिकारिक मूल्य के अनुसार 2000 रुपए से लेकर 8000 रुपए तक चुकाने पड़े हैं। वीवीआईपी बॉक्स, कॉर्पोरेट बॉक्स और प्रेसिडेंट बॉक्स के पास वाली सीटें गद्दीवाली हैं।
आम जनता के लिए फाइबर वाली कुर्सियों की व्यवस्था है। इसमें सबसे आगे वाली पंक्ति, जहां से खिलाड़ी थोड़े साफ नजर आते हैं, उसकी कीमत 600 रुपए रखी गई है। सबसे पीछे वाली पंक्ति की कीमत 300 रुपए रखी गई है।
एक फ्लोर ऊपर के लिए सीटों की कीमत 1000 रुपए है। महंगी सीटों के लिए वीसीए ने कॉम्प्लिमेंट्री भोजन की भी व्यवस्था की है।